सुबह के 11:30 बजे थे। मैंने इंस्पेक्टर दीप को कॉल किया।
Me: सर, मैं Priya बोल रही हूँ। कल रात आप शिवानी को drop करने आए थे और हम लोगों को पुलिस स्टेशन आने को बोला था।
इंस्पेक्टर दीप (फ़ोन पर): हाँ, आप लोग आ रहे हो ना ?
अगर आप साल्ट कहानी पहली बार पढ़ रहे हैं तो इस कहानी को शुरुवात से पढ़ने के लिए यहाँ click करें।
Me: Yes Sir. हमने आज leave ली है। शिवानी की तबियत ठीक नहीं है। अगर अभी पॉसिबल है तो हम अभी आ जाएं?
इंस्पेक्टर दीप (फ़ोन पर): अभी तो मैं घर हूँ। मेरी duty timing evening है। एक काम करता हूँ, मैं ४ PM आपके घर आ जाऊंगा। शिवानी की तबियत ठीक नहीं है इसलिए पुलिस स्टेशन आने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
Me: ओके ठीक है। Thanks
इंस्पेक्टर दीप (फ़ोन पर): ओके take care
इंस्पेक्टर दीप ने फ़ोन रख दिया।
मैं शिवानी के पास गई और कहा “शिवानी अभी तू रेस्ट कर, इंस्पेक्टर 4 PM घर आ जायेंगे। उनकी ऑफिस टाइमिंग इवनिंग की है और वह अभी अपने घर ही हैं।“
शिवानी: ओके ठीक है। तब तक मैं सोचती हूँ की मुझे उनको क्या बोलना है। मुझे real बात उनको नहीं बतानी है।
शिवानी: Priya मार्किट चलते हैं। मुझे थोड़ा relax फील होगा।
Me: ओके ठीक है। मगर जाना कहाँ है?
शिवानी: South Extension की मार्किट
Me: वहां क्यों?
शिवानी: पता नहीं। मुझे कुछ excuse बनाना है और क्या possibilities हो सकती हैं वह देखने के लिए मुझे वहां मार्किट जाना है।
Me: Are you sure?
शिवानी: yes. अब जल्दी चल वहां से जल्दी वापिस भी आ जायेंगे।
हम दोनों साउथ एक्सटेंशन मार्किट की तरफ निकल गए। हम लोगों ने वहां जाने के लिए कैब की थी। कैब में शिवानी ने मेरे साथ कोई बात नहीं की। वह कुछ सोच रही थी। Half an Hour बाद हम लोग मार्किट पहुँच गए।
शिवानी ने मुझे वह रेस्टुरेंट दिखाया जहाँ उनलोगों ने डिनर किया था और कहा “हमने यहाँ डिनर किया था मगर मैं यह नहीं बताना चाहती। यहाँ कैमरे लगें हैं और अगर पुलिस ने इन्वेस्टीगेट किया तो उनको पता चल जायेगा कि मैं झूठ बोल रही हूँ। “
Me: तू उसको बचा क्यों रही है। वह तेरे को सिर्फ डरा रहा है। तू पुलिस को सब सच बता दे। वह लोग अच्छे से हैंडल कर लेंगे।
शिवानी: नहीं अभी नहीं please
Me: मर्ज़ी है
शिवानी: थैंक्स
हम लोग आगे गए। वहां एक छोटा सा street food corner था।
शिवानी: यह जगह ठीक है। यहाँ कैमरे नहीं हैं। यहाँ के वर्कर मुझे जानते हैं। ऑफिस के फ्रेंड्स के साथ मैं यहाँ अक्सर आती रहती हूँ। यहाँ काफी भीड़ रहती है। रैंडम्ली पूछने पर यहाँ के लोग यही बोलेंगे की यह मैडम यहाँ आती रहती है। कल अमित से मिलने से पहले मैं यहाँ 5 मिनट के लिए आयी थी।
Me: ड्रग्स के बारे में क्या बताएगी ?
शिवानी: वही सोच रही हूँ।
शिवानी ने अपना मोबाइल निकाला और कुछ टाइप करने लगी। ऐसा लग रहा था किसी को मैसेज के through बात कर रही है।
5 मिनट बाद उसने अपना फ़ोन पॉकेट में रख लिया।
Me: तू किसके साथ बात कर रही थी?
शिवानी: अमित को मैसेज किया था। उसको बताया कल मुझे पुलिस ने घर ड्राप किया था। आज उनलोगों ने कुछ पूछने के लिए बुलाया है। इसलिए मुझे blame मत करना कि इन सब मे पुलिस कहाँ से आ गई।
शिवानी: फिर मैंने कहा हम दोनों ने अपने बीच की problems को solve करने के लिए मिलना था। मगर तुम आए नहीं। मैंने वहां वेट किया। बाकी अगर तुमसे पूछा तो तुम बता देना कि किसी वजह से तुम मिलने नहीं आए। पूरा टाइम घर पर ही थे।
शिवानी: वेट करने के बाद क्या हुआ क्या नहीं.. वह सब मैं संभाल लुंगी।
Me: वह क्या बोला ?
शिवानी: ओके बोला और कहा तेरे को सब पता है क्या होगा अगर कुछ गड़बड़ हुई तो।
Me: कमीना है वह
शिवानी: अभी उसको छोड़, पहले पुलिस का matter solve हो जाए। उसके बाद उसको भी देखती हूँ।
शिवानी स्ट्रीट फ़ूड कार्नर वाले के पास गई और कहा “भईया मैं कल यहाँ आयी थी। मेरे घर की चाभी शायद यहाँ गिर गयी थी। “
स्ट्रीट फ़ूड वाले ने कहा: नहीं मैडम, हम लोगों ने सुबह ही यहाँ की सफाई की है। यहाँ कोई चाभी नहीं थी। शायद कहीं और गिरी हो। यहाँ होती तो मैं आपको बता देता।
शिवानी: ओके थैंक्स।
शिवानी: भईया अभी लंच में क्या मिलेगा?
स्ट्रीट फ़ूड कार्नर वाले भईया: अभी आलू पराठा और सब्जी ही मिल सकती है।
शिवानी: ओके आप दो प्लेट पराठा सब्जी दे दो।
मैं और शिवानी वहां बैठ गए। हमने लंच किया, बिल pay करने के बाद शिवानी ने कहा “priya अब घर चलते हैं। यहाँ का काम पूरा हो गया है।“
हम दोनों घर वापिस आ गए। दोपहर के 2 बज रहे थे।
“तूने ड्रग्स का कुछ सोचा कि क्या बोलेगी?” मैंने शिवानी से पूछा
शिवानी: अभी नहीं। समझ नहीं आ रहा कि क्या कहूँ। Headache भी हो रहा है।
Me: Wait मैं नीम्बू पानी लेकर आती हूँ। उसको पीने के बाद तू रेस्ट कर लेना।
शिवानी: ओके थैंक्स
मैं किचन में नीम्बू पानी बनाने आ गई। 5 मिनट के बाद वापिस आई और कहा “इसको पीले, headache से आराम मिलेगा।“
शिवानी ने गिलास पकड़ा और नीम्बू पानी पिया। एकदम से शिवानी बोली “मिल गया way, अब मुझे पता है कि मुझे ड्रग्स के बारे में क्या बोलना है। “
Me: क्या? (मैंने हैरान होते हुए पूछा)
शिवानी: यही कि मुझे headache हो रहा था और किसी ने मुझे लेमन वाटर ऑफर किया। मुझे comfortable लगा इसलिए मैंने हाँ बोल दिया। उसको पीने के 5 मिनट के बाद का मुझे कुछ याद नहीं कि क्या हुआ क्या नहीं।
शिवानी: थैंक्स Priya, तेरे नीम्बू पानी ने मुझे idea दे दिया।
Me: Are you sure?
शिवानी ने सिर हिलाते हुए हाँ बोला।
Me: ओके अब थोड़ा रेस्ट कर। इंस्पेक्टर दीप आने वाले होंगे। मैं उनके लिए स्नैक्स prepare कर देती हूँ।
शिवानी: ओके
शिवानी बेड पर लेट गई। मैं किचन में आ गई। मैंने spring rolls बनाने का सोचा।
लगभग half an hour बाद डोरबैल बजी। मैंने टाइम देखा। 3:55 PM टाइम हो रहा था। मैंने दरवाजा ओपन किया। सामने इंस्पेक्टर दीप खड़े थे। मैंने उनको अंदर आने को कहा।
आगे की कहानी के लिए यहाँ क्लिक करें
साल्ट (SALT) के बारे में अधिक जानने के लिए यहाँ click करें
इस कहानी को English में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें